प्रारंभिक शिक्षा और उपलब्धियां
abhay singh iit bombay aerospace जो आईआईटी बॉम्बे में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के छात्र थे, ने अपने करियर की शुरुआत में ही शानदार प्रदर्शन किया। उनकी शिक्षा और तकनीकी क्षमताएं उन्हें भविष्य के लिए एक सफल वैज्ञानिक बनातीं। इसके बावजूद, अभय ने अपने जीवन में एक बड़ा बदलाव किया और आध्यात्मिकता को अपनाने का निर्णय लिया।
करियर से आध्यात्म तक का सफर
अभय का कहना है कि तकनीकी क्षेत्र में रहते हुए भी उनके मन में जीवन के गहरे प्रश्न उठते रहे। उन्होंने महसूस किया कि बाहरी उपलब्धियां उन्हें आंतरिक संतोष नहीं दे सकतीं। इस अहसास ने उन्हें आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपनी पेशेवर यात्रा छोड़ दी और साधना और सेवा का मार्ग चुना।
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समाज के लिए प्रेरणा
अभय सिंह का यह कदम कई युवाओं के लिए प्रेरणादायक बन गया है। आज के दौर में जहां करियर और सफलता की होड़ है, अभय का यह निर्णय यह दर्शाता है कि जीवन के वास्तविक उद्देश्य को समझना और उस पर काम करना कितना महत्वपूर्ण है।
आध्यात्मिकता के प्रति समर्पण
अब अभय अपनी साधना और समाज सेवा के माध्यम से लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। उनका मानना है कि असली खुशी आंतरिक संतुलन और शांति में है। उन्होंने बताया कि आईआईटी जैसे संस्थानों में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत विकास पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
अभय सिंह का यह निर्णय इस बात की सीख देता है कि जीवन में सफलता केवल पेशेवर उपलब्धियों में नहीं है, बल्कि संतोष और आंतरिक शांति में भी है। उनका यह सफर कई युवाओं को आत्म-मूल्यांकन करने और अपने जीवन के उद्देश्य को समझने के लिए प्रेरित कर सकता है।