1975 में भारत में लगे आपातकाल की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म ‘इमरजेंसी’ आखिरकार 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म में कंगना रनौत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। हालांकि, कंगना ने इस बात पर अफसोस जताया है कि ऑडियंस तक फिल्म का पूरा वर्जन नहीं पहुंच पाएगा।
लंबे संघर्ष के बाद मिली मंजूरी
‘इमरजेंसी’ ने अपने सफर में कई मुश्किलों का सामना किया। विवादों में घिरने के अलावा, सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने इसे सर्टिफिकेट देने में काफी वक्त लिया। फिल्म को कुछ कट्स के साथ मंजूरी दी गई है, और अब यह रिलीज के लिए तैयार है।
कंगना ने क्या कहा?
फिल्म को लेकर कंगना ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “मुझे अच्छा लगता अगर फिल्म का फुल वर्जन रिलीज होता। लेकिन कट्स के बावजूद मुझे कोई परेशानी नहीं है। हमने यह फिल्म किसी का मजाक उड़ाने के लिए नहीं बनाई है। हालांकि, इतिहास के कुछ एपिसोड्स को हटा दिया गया है, लेकिन इससे फिल्म के मुख्य संदेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।”
कंगना ने यह भी कहा कि फिल्म का संदेश, जो देशभक्ति पर केंद्रित है, अभी भी बरकरार है। उन्होंने स्वीकार किया कि जिन दृश्यों को हटाया गया है, वे भी विशेष कारणों से फिल्माए गए थे।
निर्देशन और अभिनय दोनों में कंगना का योगदान
कंगना रनौत ने इस फिल्म में न केवल एक्टिंग की है, बल्कि निर्देशन की जिम्मेदारी भी संभाली है। उनके साथ फिल्म में अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन और दिवंगत सतीश कौशिक जैसे कलाकार नजर आएंगे।
रिलीज की तारीख
‘इमरजेंसी’ 17 जनवरी को बड़े पर्दे पर आएगी। यह फिल्म न केवल 1975 के आपातकाल की घटनाओं को दिखाती है, बल्कि दर्शकों को देशभक्ति की भावना से भी जोड़ने का प्रयास करती है।