भारतीय सेना का बयान: “नियंत्रित और सटीक जवाब दिया गया”
जम्मू | अपडेट: 2 अप्रैल 2025 | 14:49 IST
पाकिस्तानी सेना ने 1 अप्रैल को नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर घुसपैठ की और सीज़फायर का उल्लंघन किया। यह घटना जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में हुई।
भारतीय सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बुधवार को बताया कि “भारतीय सेना ने इस उल्लंघन का प्रभावी, नियंत्रित और सटीक जवाब दिया।” उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल को कृष्णा घाटी सेक्टर में एक लैंडमाइन विस्फोट हुआ, जो कि पाकिस्तानी सेना की घुसपैठ के कारण हुआ। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी कर सीज़फायर का उल्लंघन किया।
भारतीय सेना की सख्त प्रतिक्रिया
पीआरओ ने बताया कि भारतीय सेना ने इस उकसावे का संयमित और रणनीतिक तरीके से जवाब दिया और वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। सेना लगातार स्थिति की निगरानी कर रही है। उन्होंने यह भी दोहराया कि “2021 में भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच हुई शांति समझौते को बनाए रखना जरूरी है।”
बाद में जारी किए गए एक अन्य बयान में, PRO ने घुसपैठ की पुष्टि नहीं की, लेकिन यह स्पष्ट किया कि LoC की पवित्रता बनी हुई है।
कृष्णा घाटी सेक्टर में हुई घटना
सूत्रों के अनुसार, यह घटना कृष्णा घाटी सेक्टर के नंगी टिकटी इलाके में हुई। जब PRO से विस्फोट के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि LoC का स्पष्ट सीमांकन नहीं होने के कारण दोनों पक्षों की अपनी-अपनी धारणा है, और कोई गलती से इस क्षेत्र में कदम रख सकता है, जिससे विस्फोट हुआ।
अमित शाह के दौरे से पहले बढ़ी सुरक्षा चिंताएं
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब गृहमंत्री अमित शाह 7-8 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आने वाले हैं। इसके साथ ही, कठुआ जिले में पिछले 11 दिनों से सुरक्षा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकियों के खिलाफ एक बड़े ऑपरेशन में लगे हुए हैं।
अब तक सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है, जबकि रामकोट के घने जंगलों में तीन अन्य की तलाश जारी है। 27 मार्च को सुरक्षा बलों पर हुए हमले में चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। हमलावर ऊंचे पहाड़ी क्षेत्र में छिपे होने का फायदा उठा रहे थे।
कठुआ में सक्रिय आतंकवादी समूह
सूत्रों के अनुसार, यह 5 सदस्यीय आतंकी समूह पिछले हफ्ते पाकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर कठुआ जिले में घुसा। सुरक्षा बलों ने 23 मार्च को कठुआ के सानियाल गांव के जंगलों में इनसे पहली मुठभेड़ की थी, लेकिन आतंकवादी वहां से भागने में कामयाब हो गए।
इस घुसपैठ और सीज़फायर उल्लंघन के बाद भारतीय सेना सतर्क है और लगातार LoC पर स्थिति की निगरानी कर रही है।